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Showing posts from November, 2020

शेयर मार्केट काम कैसे करता है,शेयर मार्केट के प्रकार:

  शेयर मार्केट काम कैसे करता है ? शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार है जहां लोग शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक व्यापार का हिस्सा बन सकते हैं। यह वित्तीय बाजार एकत्रित धन को बढ़ावा देता है और उद्यमियों को पूंजीपति के लिए वित्तीय संसाधन प्रदान करने में मदद करता है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम शेयर मार्केट के काम के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और यह जानेंगे कि शेयर मार्केट में व्यापार कैसे होता है। शेयर मार्केट के प्रकार: शेयर मार्केट विभिन्न प्रकार के होते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं: प्राथमिक बाजार:   प्राथमिक बाजार में कंपनियां अपने पहले सार्वजनिक अवसरों के लिए अपने शेयर बेचती हैं। यह नई कंपनियों के लिए आवंटन का स्रोत होता है और इन्वेस्टरों को उनके शेयर खरीदने की सुविधा प्रदान करता है। सेकेंडरी बाजार:   सेकेंडरी बाजार में शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, जो पहले से ही प्राथमिक बाजार में आवंटित हो शेयर मार्केट में पैसे कैसे लगाएं शेयर मार्केट में पैसे लगाना एक उच्च वापसी और निवेश का माध्यम हो सकता है, लेकिन यह निवेश शोध, जागरूकता और विचारशीलता की जरूरत रखता है। यदि आप शेयर मार्केट में

पूंजी संचय एवं संचित पूज्य में अंत difference between Capital Reserve and Reserve capital in hindi,what is surrender of share in hindi?

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अंशो का समर्पण किसे कहते है       what is surrender of share? कभी-कभी ऐसा होता है ।कि आवंटन की राशि भुगतान करने के बाद कंपनी द्वारा मांगी गई अन्य याचना ओं की राशि का भुगतान करने में असमर्थ होता है। तो वह अपने अंशो को कंपनी को स्वेच्छा से  सुपुत्र कर देता है। तो उसे अंशो का समर्पण कहा जाता है। दूसरे शब्दों में जब कोई अंशधारी अंशो के आवंटन के पश्चात उस पर देह राशि के भुगतान करने में असमर्थ होने पर स्वेच्छा से अपने अंश कंपनी को समर्पित करता है, तो उसी अंश का समर्पण कहते हैं।समर्पण के पश्चात अंशु पर कंपनी का स्वामित्व होता है। लेखा की बात करें तो - अंशो के समर्पण के लिए वही प्रविष्ठियां की जाती हैं जो अंशो के हरण के लिए की जाती है। देखने के लिए क्लीक   अंश पूँजी के प्रकार यद्यपि अंशो के हरण एवं समर्पण का स्वाभाव एक ही होता है दोनों परिस्थितियों में लेखांकन उपचार एक ही है किंतु फिर भी दोनों में प्रमुख अंतर पाया जाता है जो इस प्रकार के हैं। अंशो के समर्पण एवं अंशो के हरण में अंतर अंशु का समर्पण 1 अशो  का समर्पण अंशधारी की इच्छा  से किया जाता है 2 अंशो के समर्पण में अंशो  पर प्राप्त राशि क

कंपनियों का एकीकरण,amalgamation of Companies in hindi, amalgamation meaning

        एकीकरण या सम्मिश्रण का अर्थ एकीकरण का अर्थ निम्न दो दृष्टिकोण से स्पष्ट किया जा सकता है  1 परंपरागत दृष्टिकोण 2 आधुनिक दृष्टिकोण 1 परंपरागत दृष्टिकोण परंपरागत दृष्टिकोण से एकीकरण कामा संविलियन तथा बाय पुनर्निर्माण को अलग-अलग अर्थों में निम्नानुसार स्पष्ट किया जा सकता है एकीकरण का आशय (meaning of amalgamation) लेखांकन की दृष्टि से-" जब दो या दो से अधिक कंपनियां , मिलकर एक नई कंपनी का निर्माण करें तो इस मिलन या संयोजन को एकीकरण कहते हैं " कानून की दृष्टि से-" सम्मिश्रण में दो या दो से अधिक विद्यमान कंपनियों का समापन होता है तथा उनके व्यवसाय के क्रय की लिए एक नई कंपनी की स्थापना की जाती है।" एकीकरण या सम्मिश्रण के लक्षण उपयुक्त विवेचन के आधार पर यह कहा जा सकता है कि एकीकरण में निम्नलिखित लक्षण का होना आवश्यक है उचंत खाता किसे कहते है ?क्या होता है उचंत खता ? संचय या उचंती या उदरत खाते का प्रयोग डिस्काउंट क्या होता है ? डिस्काउंट के प्रकार 1एकीकरण की योजनाओं में दो या दो से अधिक विद्यमान कंपनियां सम्मिलित होनी चाहिए। 2 एकीकरण में सभी विद्यमान कंपनियों का परी स

अंशो के निर्गमन की प्रक्रिया (Procedure of Issuing Shares in a Company)

अंशो के निर्गमन की प्रक्रिया समामेलन के पश्चात एक सार्वजनिक कंपनी द्वारा अपने अंशो  के निर्गमन के संबंध में निम्न प्रक्रिया अपनाई जाती है 1 प्रविवरण का निर्गमन सर्वप्रथम कंपनी अपने अंश आवेदन हेतु प्रविवरण निर्गमित करती है। प्रविवरण एक आमंत्रण पत्र है जो जनता को अंश करें हेतु आमंत्रित करता है। इसमें कंपनी का इतिहास , उद्देश्य, व्यवसाय, कंपनी के संचालक, प्रबंधक, सचिव, बैंकर, अंकेक्षक आदि की जानकारी, परियोजना की स्थिति, संभावनाएं, लाभदायकता तथा कंपनी की भावी प्रगति के अवसरों के विवरण सहित अंश आवेदन पत्र संलग्न होता है। कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 25 के अनुसार "विक्रय के लिए प्रतिभूतियों की प्रस्थापना वाले दस्तावेज को प्रविवरण माना जाएगा"  ="BLOG_video_class" height="266" src="https://www.youtube.com/embed/UYNcsTsFcUg" width="320" youtube-src-id="UYNcsTsFcUg"> 2अंश आवेदन पत्र प्राप्त करना प्रवीण में संलग्न आवेदन पत्र के आधार पर अंश आवेदन पत्र आवेदन राशि सहित कंपनी के बैंकर द्वारा प्राप्त किए जाते हैं। बैंकर आवेदक को जमा की ग