वित्तीय लेखांकन किसे कहते है ,लेखांकन के प्रकार , lekhnakan ke prakar , financial accounting in hindi
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संदेश-हेलो स्टूडेंट आप लोग कैसे हैं आशा करते हैं आप अच्छे ही होंगे अगर आप वित्तीय लेखांकन की परिभाषा ही पढ़ना चाहते हैं तो पोस्ट के नीचे वित्तीय लेखांकन को बताया गया है जा कर पढ़ें
लेखांकन के प्रकार ,लेखांकन की विभिन्न स्वरूप का अध्ययन
यह सर्वविदित है कि सभ्यता का विकास व्यवसाय के विकास पर निर्भर करता है जैसे-जैसे सभ्यता का विकास होता है वैसे-वैसे व्यवसाय का स्वरूप भी विकसित होता है
आज के विकासशील युग में लेखांकन का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है अतः लेखांकन के सिद्धांत की विभिन्न व्यवस्थित पद्धतियों का विकास हुआ है उन्हीं पद्धतियों में से एक वित्तीय लेखांकन पद्धति है|
यह पद्धतियां मुख्य रूप से वित्तीय व्यावसायिक व्यवहारों और महत्वपूर्ण सारांश बनाने विश्लेषण करने, उनकी व्याख्या और परिणामों को उन व्यक्तियों तक पहुंचाने का कार्य करती हैं जिन्हें उनके आधार पर निर्णय लेने होते हैं।
केवल इतना ही नहीं,विकासशील देशों में किए गए अध्ययन एवं शोध कार्यो ने यह सिद्ध कर दिया है कि किसी व्यापार की सफलता अथवा सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि व्यवसाय के संचालन के लिए लेखांकन तथा अभिलेख रखने की कौन सी प्रणाली अपनाई गई है उचित प्रणाली ही सफलता की कुंजी होगी
हेनरी फोर्ड- प्रत्येक व्यवसायी का प्रथम उद्देश्य उपभोक्ताओं की सेवा तथा नीति उद्देश्य लाभ होना चाहिए
अतः जिन सिद्धांतों के अनुसार किसी व्यवसाय एवं उद्योग के कार्यकलापों का निर्णय किया जाता है उनको निम्न भागों में विभक्त किया जा सकता है
तलपट क्या है तलपट कैसे बनते है
कंपनी का आशय , कंपनी की परिभाषाएं
कंपनी का वर्गीकरण (classification of company)
लेखांकन के प्रकार या शाखाएँ
लेखांकन को निम्नलिखित श्वरूपो में बता गया है जो इस प्रकार है |
1 वित्तीय लेखांकन
2 लागत लेखांकन
3 प्रबंधकीय लेखांकन
4 कर लेखांकन
5 परीमाणिक लेखांकन
6 सरकारी लेखांकन
7 विधि लेखांकन
8 मुद्रा प्रसार लेखांकन
9 राष्ट्रीय लेखांकन
10 मानवीय संसाधन लेखांकन
1 वित्तीय लेखांकन financial accounting
वित्तीय लेखांकन लेखा करने की विधि है जिसके अंतर्गत समस्त व्यापारिक लेन-देनो का क्रमिक अभीलेख रखा जाता है यह निश्चित अवधि जिसे व्यापारिक अवधि कहा जाता है के उपरांत लेखा पुस्तकों को बंद किया जाता है
और व्यापार खाता तथा लाभ हानि खाता तैयार करके यह ज्ञात किया जाता है कि व्यापारिक अवधि में व्यवसाय को कितना लाभ या हानि हुई है ।
चिट्ठा तैयार करके यह ज्ञात किया जाता है कि इस अवधि में व्यापार की आर्थिक स्थिति कैसी है यदि स्वामित्व मात्रा पहले की अपेक्षा अधिक हो जाती है तो व्यापार की आर्थिक स्थिति मानी जाती है और यदि स्वामित्व की मात्रा पहले से कम हो जाती है तो स्थिति चिंताजनक मानी जाती है और उद्यमी को ऐसे उठाने पड़ते हैं जैसे कि इसकी पुनरावृत्ति ना हो
इस प्रकार वित्तीय लेखांकन आर्थिक क्रियाओं के परिणामों को मापने एवं उन्हें व्यक्त करने का साधन है|
लागत लेखांकन की परिभाषा cost accounting,लागत लेखांकन क्या है,लागत लेखांकन के उद्देश्य,लागत लेखांकन की सीमाएं
वित्तीय लेखांकन के लाभ advantage of financial accounting
निम्नलिखित तथ्यों के कारण वित्तीय लेखांकन का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है
1 भावी योजनाओं के निर्माण में सहायक
2 विनियोक्ताओ के लिए महोत्वपुर्ण
3 प्रबंधकों के लिए उपयोगी
4 व्यवसाय की आर्थिक स्थिति का ज्ञात होना
5 कर्मचारियों के लिए उपयोगी होना
6 व्यवसाय के लिए उपयोगी होना
7 व्यापार के लेनदारों के लिए महत्वपूर्ण
8 सरकारी का निर्धारण में सहायक होना
9 बैंकों के लिए महत्वपूर्ण
वित्तीय लेखांकन के कार्य functions of financial accounting
1 विभिन्न व्यावसायिक कानूनों के लिए आवश्यक विवरण तैयार करना
2 व्यापार समेत संपत्तियों एवं दायित्वों की सूचना प्रदान करना
3 व्यवसाय की स्वामियों के लिए महत्वपूर्ण सूचना देना
4 कर दायित्व का निर्धारण करना
5 प्रबंधकों को व्यवसाय से संबंधित आवश्यक जानकारी प्रदान करना
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